SHRI SAI VIDHYA NIKETAN

School Trip to Kota

9 नवंबर का दिन हमारे स्कूल के विद्यार्थियों के लिए बेहद खास और रोमांचकारी था। इस दिन हमारे स्कूल ने कोटा शहर के लिए एक शैक्षिक और मनोरंजक यात्रा का आयोजन किया। कोटा अपनी ऐतिहासिक धरोहरों, प्राकृतिक सुंदरता और आधुनिक आकर्षणों के लिए प्रसिद्ध है, और इस यात्रा ने विद्यार्थियों को न केवल कोटा को करीब से देखने का मौका दिया, बल्कि उन्हें इसके इतिहास और संस्कृति को भी समझने का अवसर प्रदान किया।

यात्रा की शुरुआत सुबह स्कूल से हुई, जब सभी विद्यार्थी और शिक्षक बसों में सवार हुए। सबके चेहरों पर उत्साह और जिज्ञासा झलक रही थी। रास्ते भर गीत, कहानियों और हंसी-मजाक का माहौल रहा। लगभग तीन घंटे के सफर के बाद, हम कोटा पहुंचे।

सात अजूबों का पार्क (Seven Wonders Park):
हमारा पहला पड़ाव था सात अजूबों का पार्क। यहां दुनिया के सात अजूबों के खूबसूरत मॉडल देखना सभी के लिए एक अद्भुत अनुभव था। ताजमहल, एफिल टॉवर, पीसा की मीनार और अन्य अजूबों के छोटे लेकिन सजीव मॉडल ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। विद्यार्थी इन संरचनाओं के बारे में जानने के साथ-साथ इनकी तस्वीरें लेने में भी व्यस्त रहे। यह जगह न केवल शिक्षाप्रद थी, बल्कि फोटोग्राफी के लिए भी बेहद आकर्षक थी।

चंबल गार्डन (Chambal Garden):
अगला पड़ाव था चंबल गार्डन। यह गार्डन अपनी हरियाली और चंबल नदी के किनारे स्थित होने के कारण बेहद शांतिपूर्ण और खूबसूरत है। विद्यार्थियों ने यहां प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया और बोटिंग का भी लुत्फ उठाया। शिक्षकों ने यहां बच्चों को चंबल नदी और उसकी जैव विविधता के बारे में बताया। यह गार्डन हर उम्र के लोगों के लिए एक आदर्श पिकनिक स्थल है।

रिवर फ्रंट:
इसके बाद हमने कोटा के प्रसिद्ध रिवर फ्रंट का दौरा किया। चंबल नदी के किनारे बना यह क्षेत्र अपनी भव्यता और प्रकाश सज्जा के लिए प्रसिद्ध है। विद्यार्थियों ने यहां की आधुनिक संरचनाओं और नदी के किनारे की खूबसूरती का आनंद लिया। शाम के समय, रिवर फ्रंट की जगमगाती रोशनी ने सभी को मोहित कर दिया।

अन्य प्रमुख स्थल:
इन मुख्य स्थलों के अलावा, हमने कोटा की कुछ और प्रसिद्ध जगहों का दौरा किया। इनमें गढ़ पैलेस और रंगबाड़ी का बाजार शामिल थे। गढ़ पैलेस ने बच्चों को कोटा के राजसी इतिहास से परिचित कराया, जबकि बाजार में बच्चों ने स्थानीय हस्तशिल्प और व्यंजनों का अनुभव किया।

यात्रा का समापन:
दिन भर घूमने के बाद, शाम को हम स्कूल लौटे। हालांकि सभी थके हुए थे, लेकिन उनके चेहरों पर संतोष और खुशी साफ झलक रही थी। यह यात्रा विद्यार्थियों के लिए न केवल मनोरंजक थी, बल्कि उन्होंने इससे बहुत कुछ सीखा भी।

हमारे स्कूल की यह यात्रा सभी के लिए यादगार और प्रेरणादायक रही। इसने विद्यार्थियों को न केवल नए अनुभव दिए, बल्कि उन्हें टीमवर्क, अनुशासन और प्रकृति के प्रति सम्मान का भी महत्व सिखाया। ऐसी यात्राएं न केवल शैक्षिक होती हैं, बल्कि बच्चों के समग्र विकास में भी सहायक होती हैं।

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